ब्यूरो: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक के रूप में शपथ दिलाई। स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने भाजपा नेता को अपने कक्ष में शपथ दिलाई। गौरतलब है कि सैनी ने हाल ही में करनाल विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में जीत हासिल की, जो पहले उनकी पार्टी के सहयोगी मनोहर लाल खट्टर के पास थी। उन्होंने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस नेता तरलोचन सिंह को हराया।
2019 के विधानसभा चुनावों में, खट्टर ने तरलोचन सिंह को हराकर करनाल सीट को सफलतापूर्वक बरकरार रखा। कुरुक्षेत्र से निवर्तमान सांसद सैनी ने खट्टर के मुख्यमंत्री बनने के बाद करनाल विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव लड़ा था। मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद खट्टर द्वारा करनाल से विधायक के रूप में इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव की आवश्यकता थी। सैनी ने 12 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
राज्य की 10 लोकसभा सीटों और करनाल विधानसभा क्षेत्र के लिए मतदान आम चुनाव के छठे चरण के दौरान 25 मई को हुआ था, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए गए।
करनाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए खट्टर ने सीट जीत ली।
सैनी ने हिंदी में एक्स पर पोस्ट किया, "आज यहां मुख्यमंत्री के आवास 'संत कबीर कुटीर' में करनाल लोकसभा (सीट) से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar जी की मौजूदगी में माननीय विधायक श्री जोगीराम सिहाग जी और श्री रामनिवास सुरजाखेड़ा जी से मुलाकात की और विभिन्न विषयों पर सार्थक बातचीत की।"
लोकतंत्र की पावन स्थली हरियाणा विधानसभा के सदस्य के रूप में करनाल की जनता के आशीर्वाद से शपथ ली है।ये शपथ हर हरियाणावासी की सेवा का व्रत है। अपना हर पल हरियाणावासियों को समर्पित करूंगा।हम हर लक्ष्य को हासिल करेंगे और हरियाणा की ये विकास यात्रा अनवरत जारी रहेगी। pic.twitter.com/sI7vUMWpdI
— Nayab Saini (मोदी का परिवार) (@NayabSainiBJP) June 6, 2024
यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि विपक्षी कांग्रेस पिछले महीने नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने का हवाला देते हुए दावा कर रही है कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। हालांकि, सैनी सरकार ने बार-बार कहा है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है और आगे कहा है कि उसने मार्च में विश्वास मत हासिल कर लिया था। 2019 में हरियाणा में सभी 10 सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार उनमें से पांच सीटें कांग्रेस के हाथों हार गई। गौरतलब है कि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।