ब्यूरो: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। बीती देर रात एक दंतैल हाथी ने घर में सो रहे दो लोगों को कुचल कर मार डाला। दोनों मृतक सगे भाई बताया जा रहे हैं।एक वन अधिकारी ने बताया कि यह घटना तड़के करीब 3:00 बजे तपकारा वन क्षेत्र के केरसई गांव में हुई, जब पीड़ितों की पहचान कोकड़े (45) और पड़वा (43) के रूप में हुई, जो अपने मिट्टी के घर में सो रहे थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पीड़ितों में से एक हाथी की उपस्थिति को महसूस करके जाग गया और देखने के लिए घर के बाहर आया। हालांकि, हाथी ने उसे अपनी सूंड से पकड़ लिया और उसे कुचलकर मार डाला। उन्होंने बताया कि उसे बचाने के प्रयास में उसके भाई की भी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद आज सुबह वन और पुलिस विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे। पिछले छह महीनों से हाथियों का झुंड तपकारा क्षेत्र में घूम रहा है और वन कर्मी और स्वयंसेवक उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ग्रामीणों को झुंड के स्थान के बारे में सूचित और सतर्क किया जाता है तथा उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
राज्य में, विशेष रूप से उत्तरी भागों में, मानव-हाथी संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का प्रमुख कारण रहा है। सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर, जशपुर और बलरामपुर जिले इस खतरे का सामना कर रहे हैं। वन विभाग के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में राज्य में हाथियों के हमलों में लगभग 270 लोग मारे गए हैं।