Jallianwala Bagh Anniversary: जलियांवाला बाग नरसंहार की बरसी पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने शहीदों को किया याद
ब्यूरोः 13 अप्रैल 1919 को यानी 105 साल पहले अंग्रेजों के शासन के दौरान जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया था। इस नरसंहार में निहत्थे, निर्दोष लोगों पर जनरल डायर के नेतृत्व में गोलियां बरसाईं गई थी। आज के दिन इस घटना को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत देश के अन्य नेताओं ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जलियांवाला बाग नरसंहार के सभी वीर शहीदों को देशभर के मेरे परिवारजनों की ओर से कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/Ow1jtjXdd0
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2024
घटना को परिभाषित करने और पीड़ितों के अद्वितीय साहस और बलिदान को उजागर करने वाला एक वीडियो साझा करते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर कहा कि देश भर में अपने परिवार के सदस्यों की ओर से, मैं जलियांवाला बाग नरसंहार के सभी बहादुर शहीदों को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
जलियांवाला बाग में मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि! स्वराज के लिए प्राणों का उत्सर्ग करने वाली उन सभी महान आत्माओं के प्रति देशवासी सदैव ऋणी रहेंगे। मुझे विश्वास है कि उन बलिदानियों की देश-भक्ति की भावना आने वाली…
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 13, 2024
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर लिखा कि जलियांवाला बाग में मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि! देशवासी उन सभी महान आत्माओं के सदैव ऋणी रहेंगे जिन्होंने स्वराज के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।" मुझे यकीन है कि उन शहीदों की देशभक्ति की भावना आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी।
देश के स्वाधीनता आंदोलन में अमूल्य योगदान देने वाले जलियांवाला बाग के वीर बलिदानियों को कोटि-कोटि वंदन।जलियांवाला बाग अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता व अमानवीयता का जीवंत प्रतीक है। इस हत्याकांड ने देशवासियों के ह्रदय में छिपे हुए क्रान्तिज्वाला को जगाकर आजादी के आंदोलन को जन-जन का… pic.twitter.com/Svc9OmkEf7
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 13, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया हैंडस एक्स पर पोस्ट करके लिखा कि देश के स्वाधीनता आंदोलन में अमूल्य योगदान देने वाले जलियांवाला बाग के वीर बलिदानियों को कोटि-कोटि वंदन। जलियांवाला बाग अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता व अमानवीयता का जीवंत प्रतीक है। इस हत्याकांड ने देशवासियों के ह्रदय में छिपे हुए क्रान्तिज्वाला को जगाकर आजादी के आंदोलन को जन-जन का संग्राम बना दिया। जलियांवाला बाग के स्वाभिमानियों का जीवन राष्ट्रप्रथम के लिए त्याग व समर्पण की प्रेरणा का अक्षय स्रोत है।