ब्यूरोः उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग में हुई भगदड़ हुई थी, जिसमें 120 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद पहली बार भोले बाबा सामने आए है। शनिवार सुबह कैमरे के सामने भोले बाबा ने कहा कि वे इस घटना से बहुत दुखी हैं और उन्होंने भरोसा जताया कि बदमाशों को बख्शा नहीं जाएगा।
#WATCH | Hathras Stampede Accident | Mainpuri, UP: In a video statement, Surajpal also known as 'Bhole Baba' says, "... I am deeply saddened after the incident of July 2. May God give us the strength to bear this pain. Please keep faith in the government and the administration. I… pic.twitter.com/7HSrK2WNEM
— ANI (@ANI) July 6, 2024
उन्होंने आगे कहा कि 2 जुलाई की घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं। भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दे। कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें। मुझे विश्वास है कि जिसने भी अराजकता फैलाई है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। अपने वकील एपी सिंह के जरिए मैंने समिति के सदस्यों से शोकाकुल परिवारों और घायलों के साथ खड़े होने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है। उनका यह वीडियो बयान ऐसे समय में आया है जब अधिकारी हाथरस जिले के फुलराई गांव में उनके सत्संग में हुई घटना के लिए सूरजपाल उर्फ नारायण साकर हरि उर्फ भोले बाबा से पूछताछ कर रहे हैं।
मामले में की गई गिरफ्तारियां
इस मामले में भोले बाबा के 'सत्संग' की आयोजन समिति की सदस्य दो महिला स्वयंसेवकों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था। हाथरस के सिकंदराराऊ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में 2 जुलाई को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) और 238 (साक्ष्यों को गायब करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 जुलाई को हाथरस त्रासदी की जांच करने और भगदड़ के पीछे साजिश की संभावना की जांच करने के लिए एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था।