ब्यूरोः हाथरस में भोले बाबा के नेतृत्व में धार्मिक समागम के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की दुखद मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 2 महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए सभी लोग आयोजन समिति के सदस्य और सेवादार शामिल हैं।
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, "The death toll stands at 121. All bodies have been identified and post mortem procedure completed." pic.twitter.com/V03RcM9DI5
— ANI (@ANI) July 4, 2024
हाथरस भगदड़ की घटना के बारे में अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि मृतकों की संख्या 121 है। सभी शवों की पहचान कर ली गई है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से 2 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल हैं। आईजी ने कहा कि उपदेशक भोले बाबा की उनके मैनपुरी आश्रम में तलाशी ली, लेकिन बताया गया कि वे वहां मौजूद नहीं थे। अधिकारी उनके ठिकाने की जांच जारी रखे हुए हैं।
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, "We are inquiring about 'Bhole Baba's' criminal history. Permission for the event was not taken in his name. " pic.twitter.com/5mvGjDLeCY
— ANI (@ANI) July 4, 2024
आईजी ने कहा कि जब भगदड़ मची तो 6 सेवादार मौके से भाग गए थे, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा। हम इस बात की भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के तहत हुई है। आईजी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो नारायण साकार उर्फ भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी।
आईजी ने कहा कि FIR में भोले बाबा का नाम नहीं है। जिम्मेदारी आयोजक की होती है। आयोजक का नाम FIR में है। उन्होंने ने कहा किआरोपियों को भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है।
अनियंत्रित भीड़ को छोड़कर भाग निकले
अलीगढ़ मंडल के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ की गई। इस पूछताछ में यह जानकारी भी सामने आई कि बाबा के अनुयायियों में बाबा के बारे में काफी मान्यताएं हैं। बाबा के चरणरज से बहुत सारे संकट दूर हो जाते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया है कि हम लोग बाबा के काफिले को भीड़ के बीच से निकालने के लिए आगे व पीछे दौड़ते हैं। उस दिन भी बाबा की चरणरज के लिए भीड़ गाड़ी के पास आई तो सेवादारों ने भीड़ को रोका और जैसे ही काफिला आगे निकल गया तो सेवादारों ने भीड़ को चरणरज लेने के लिए अनियंत्रित छोड़ दिया, जिससे वहां पर महिलाएं व बच्चे एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे और अफरा-तफरी मच गई। यह देखकर सेवादार वहां से जल्दी निकल गए। विवेचना में यह भी प्रकाश में आया है कि यह लोग पुलिस प्रशासन को आयोजन की फोटो, वीडियो बनाने से रोकते थे एवं उनके साथ अभद्रता करते थे। पुलिस द्वारा ये भी विवेचना की जा रही है कि इन सेवादारों में से किसी के द्वारा कोई आपराधिक साजिश तो नहीं की गई है।
गिरफ्तार लोगों की पहचान