ब्यूरोः कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना की खबर के बाद सभी जांच एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। मामले की जांच आतंकी साजिश के एंगल से भी की जा रही है। खुफिया एजेंसी, एनआईए, यूपी एटीएस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की शुरुआती जांच शुरू कर दी है।
आईएस की साजिश का संदेह
घटना पर करीबी नजर रख रहे सूत्रों ने संदेह जताया है कि यह आईएस की साजिश हो सकती है। हाल ही में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी फरहतुल्लाह गौरी ने एक ऑडियो क्लिप जारी कर भारत में ट्रेन हादसों की साजिश रची थी। इसके अलावा हाल ही में हुए ट्रेन हादसों की भी इसी एंगल से जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने हाल ही में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली से आईएसआईएस के करीब 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कानपुर में बड़ा रेल हादसा टला
पुलिस ने सोमवार को बताया कि इससे पहले दिन में एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब कानपुर में भिवानी-प्रयागराज कालिंदी एक्सप्रेस पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराने के बाद रुक गई। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से पेट्रोल की बोतल और माचिस भी बरामद की गई है, जिससे पता चलता है कि तोड़फोड़ की कोशिश की गई थी। उन्होंने बताया कि घटना रविवार रात 8.20 बजे की है, जब ट्रेन तेज गति से चल रही थी।
दुर्घटना की कोशिश के बाद एफआईआर दर्ज
मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और घटना की जांच के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने अलग से जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि एलपीजी सिलेंडर को पटरी पर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। रविवार रात करीब 8.20 बजे घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की।
ट्रेन दुर्घटना कैसे टल गई?
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरीश चंद्र ने बताया कि लोको पायलट ने देखा कि एलपीजी सिलेंडर पटरियों पर रखा हुआ था और उसने आपातकालीन ब्रेक लगाए। चंद्र ने बताया कि रुकने से पहले ट्रेन ने सिलेंडर को टक्कर मार दी, जिससे वह पटरियों से दूर जा गिरा। लोको पायलट ने गार्ड और गेटमैन को इसकी सूचना दी। एसीपी ने बताया कि ट्रेन करीब 20 मिनट तक घटनास्थल पर रुकी रही और फिर जांच के लिए बिल्हौर स्टेशन पर रोकी गई।