ब्यूरो: जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) दीपक मीना ने बताया कि शनिवार (14 सितंबर) को उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक इमारत ढहने से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर मौजूद हैं और इलाके में बारिश के बीच बचाव अभियान जारी है। जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीना के मुताबिक, कुछ लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें से छह की मौत हो गई है।
Meerut building collapse: Officials rescue a child stuck under rubble after a three-storey house collapsed in city's Zakir Colony earlier today. (Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/yI1CJa5ZaS
— Press Trust of India (@PTI_News) September 14, 2024
दीपक मीना ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "शुरू में इसमें 14 लोग फंसे हुए थे, जिनमें से 3 को पहले ही बचा लिया गया था। अब 5 और लोगों को बचा लिया गया है, बाकी अभी भी फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें वहां मौजूद हैं। बचाए गए आठ लोगों में से 3 की मौत हो गई है। हमारी प्राथमिकता बाकी 6 लोगों को बचाना है।"
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 11 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की जानकारी के अनुसार, बाढ़ के कारण अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक्स पर पोस्ट की गई पोस्ट के अनुसार, "मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है। अब तक 30 पशुओं की हानि के संबंध में 30 प्रभावित लोगों को राहत राशि प्रदान की गई है। 3,056 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस संबंध में राहत सहायता वितरित की गई है।"
इमारत के मालिक की पहचान नफो अलाउद्दीन के रूप में हुई है। वह इमारत में डेयरी चलाता था। इमारत ढहने की घटना का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों को घायलों को उचित उपचार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं। मेरठ मंडल की आयुक्त सेल्वा कुमारी जे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा और नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह मौके पर मौजूद हैं। आस-पास के लोग भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।