ब्यूरोः उत्तर प्रदेश की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हुए उसे उत्तम प्रदेश बनाने की दिशा में योगी सरकार लगातार प्रयासरत है। एक ओर, प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लिए योगी सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास पर फोकस कर रही है, वहीं प्रदेश के नागरिकों को उत्तम परिवहन सुविधाएं देने के लिए अच्छी सड़कों के संजाल को भी विकसित कर रही है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में पिछले 7 वर्षों में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति में व्यापक बदलाव आया है। चाहें नेशनल हाइवे हों, स्टेट हाइवे हों, मुख्य जनपदीय मार्ग (एमडीआर) हों या फिर ब्लॉक व गांवों को जोड़ने वाली सड़कें हों, सभी का समेकित विकास हो रहा है। सीएम योगी के विजन अनुसार तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना पर काम तेजी से जारी है और इसी का परिणाम है कि ब्लॉक मुख्यालयों को जोड़ने वाली 2 लेन सड़कों से संबंधित 88.27 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गए हैं। शेष कार्यों को भी जनवरी 2025 की पहली तिमाही के अंदर पूरा कर लिया जाएगा।
ब्लॉक स्तर की सड़कों संबंधी कुल 162 में से 143 कार्य पूर्ण
लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, ब्लॉक स्तर के सड़कों और मुख्य तौर पर ब्लॉक मुख्यालय को जोड़ने वाले 2 लेन सड़क के कुल 162 कार्य प्रदेश में पूर्ण किए जाने हैं। इनमें से 88.27 प्रतिशत यानी 143 कार्यों को अब तक पूरा किया जा चुका है। शेष 8 कार्यों को सितंबर तक तथा 5 कार्यों को दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इस प्रकार, इस वर्ष के अंत तक 13 लंबित कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा जबकि शेष 6 कार्यों को वर्ष 2025 की पहली तिमाही में पूर्ण कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इन सभी कार्यों को निर्धारित समायवधि के अंदर पूरा करने पर योगी सरकार का विशेष फोकस है और यही कारण है कि ब्लॉक स्तर पर सड़क निर्माण व पुनर्विकास की योजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।
अंतर्राज्यीय सीमा वाले मार्गों के विकास का भी 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण
लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों से इस बात की जानकारी मिलती है कि प्रदेश में अंतर्राज्यीय सीमा वाले मार्गों के विकास कार्यों को भी योगी सरकार तेजी से पूर्ण करने की ओर बढ़ रही है। प्रदेश में अंतर्राज्यीय सीमा वाले मार्गों के विकास के कुल 102 कार्यों को पूर्ण किया जाना है जिसमें से 86 कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है, जो कि कुल कार्यों का लगभग 85 प्रतिशत है। फिलहाल, कुल 16 विकास कार्य निर्माणाधीन हैं, इनमें से 8 कार्यों को वर्ष 2024 के दिसंबर महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा जबकि शेष 8 कार्यों को वर्ष 2025 की पहली तिमाही में पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी प्रकार, केंद्रीय मार्ग निधि के अंतर्गत स्वीकृत कुल 142 परियोजनाओं पर कार्य जारी है। इनमें से 138 कार्य पूर्ण हो चुके हैं तथा वर्ष 2025 की पहली तिमाही तक सभी कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल, 97.18 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है।
7 वर्षों में 28,538 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का नवनिर्माण
प्रदेश में लोक निर्माण विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इनमें से राष्ट्रीय मार्गों का विकास, केंद्रीय मार्ग निधि योजना से मार्गों का विकास, विश्व बैंक-नाबार्ड तथा एशियन बैंक से प्राप्त ऋण से मार्गों का विकास, दीर्ध-लघु सेतुओं व आरओबी निर्माण समेत ब्लॉक-नगर पंचायत व ग्रामीण सड़कों का विकास प्रमुख है। इस क्रम में, योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में पिछले 7 वर्षों में प्रदेश में 28,538 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का विकास व नवनिर्माण हुआ है।
प्रति दिन 9 किमी के औसत से प्रदेश में हो रहा सड़कों का निर्माण
प्रदेश में कुल 4,115 किमी के 46 नए राष्ट्रीय मार्ग तथा 5,604 किमी के 70 नए राज्य मार्गों के निर्माण की प्रक्रिया भी आगे बढ़ाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में प्रतिदिन 9 किमी मार्गों के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण तथा दो दिन में एक सेतु के निर्माण के औसत से कार्य हो रहा है। 2,503 किमी राज्य मार्गों, 5,934 किमी प्रमुख जिला मार्गों तथा 13,849 किमी अन्य जिला मार्गों का भी पिछले 7 वर्षों में योगी सरकार द्वारा विकास किया गया है।