ब्यूरोः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संसद के दोनों सदनों में दिए गए संयुक्त अभिभाषण की प्रशंसा करते हुए इसे विकसित और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ते नए भारत की आकांक्षाओं की सिद्धि के संकल्पों से भरा हुआ करार दिया। इस प्रेरक अभिभाषण के लिए सीएम योगी ने राष्ट्रपति का अभिवादन भी किया।
मा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा आज संसद के दोनों सदनों में दिया गया संयुक्त अभिभाषण 'विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में बढ़ चले 'नए भारत' की आकांक्षाओं और अभिलाषाओं की सिद्धि के संकल्पों से भरा है।आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के यशस्वी और विजनरी…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 27, 2024
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, "मा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा आज संसद के दोनों सदनों में दिया गया संयुक्त अभिभाषण 'विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में बढ़ चले 'नए भारत' की आकांक्षाओं और अभिलाषाओं की सिद्धि के संकल्पों से भरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी और विजनरी नेतृत्व में बीते 10 वर्षों में एनडीए की सरकार ने विकास व विरासत के मंत्र के साथ 140 करोड़ देश वासियों के जीवन में नया सवेरा लाने का अद्भुत प्रयास किया है। माननीय राष्ट्रपति जी के प्रेरक अभिभाषण के लिए उनका हार्दिक अभिनंदन।"
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने सबसे पहले आम चुनाव के सफल आयोजन के लिए चुनाव आयोग को बधाई दी। दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पूर्वोत्तर में हुई हिंसा से लेकर 1975 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा लगाई गई इमरजेंसी समेत कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी।